5.12.2008

Ray Wah, गूगल महाराज...

गूगल ने जब इंटरनेट की दुनिया में कदम रखा है तब से एक से बढ़कर एक शानदार काम कर रहा है, लेकिन आज उसके एक काम को देखकर मैं पोस्‍ट लिखने को मजबूर हो गया (मजबूर इसलिए कि बेहद जरूरी कामों के दबाव के चलते ब्‍लॉग पर कुछ लिख नहीं पा रहा हूं) ज़रा आप मेरे ब्‍लॉग पर गूगल अनुवाद के आइकन पर क्लिक करके देखिए..माजरा अपने आप समझ आ जाएगा....

तब तक के लिए एक नमूना मैं नीचे पेश कर रहा हूं....

Ray Wah, the symbol of peace ...
Today the evening standing in the balcony drinking tea was then living in the house before the boards in his toy gun from फटाक's voice out, I tell him some of the jokes already turned over his balcony छज्जे sitting on the movement of pigeons , Flew all the pigeons, except one. .... It sounds from the toy gun came from the second floor collapsed and then became छज्जे not shake ....

2 comments:

Udan Tashtari said...

जी, देखा. एक नया आयाम मिला है इससे ब्लॉग दुनिया को.

manjula said...

हा हा हा..........

बेचारा कम्‍प्‍यूटर भी क्‍या करे. सोचने समझने और महसूस करने का साफ्टवेयर अभी ईजाद नही हुआ है ना.